Ghalib Shayari Mirza Ghalib Shayari

प्रेम के लिए धैर्य की जरूरत है, इच्छाएं एक तनाव हैं जब तक मेरा दर्द बना रहेगा, मेरा दिल कैसे टिकेगा ‘ग़ालिब’ बुरा न मान जो वाइ’ज़ बुरा कहेऐसा भी कोई है कि सब अच्छा कहें जिसे … रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल,जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या … Read more